New Toll Tax Rule – अगर आप भी अक्सर गाड़ी लेकर हाईवे पर घूमने निकलते हैं तो ये खबर आपके लिए है। सरकार ने अब टोल टैक्स के पुराने सिस्टम को बदलते हुए एक नया नियम लागू कर दिया है, जो 1 जुलाई 2025 से शुरू होने वाला है। अब आपको पूरे टोल की बजाय सिर्फ उतनी दूरी के लिए चार्ज देना होगा, जितना आपने रास्ता तय किया है। यानी जितना चलो, उतना दो। ये नियम खासतौर से उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जो छोटे-छोटे रूट्स पर सफर करते हैं।
अब तक कैसे कटता था टोल और अब क्या बदलेगा?
अभी तक होता ये था कि अगर आपने किसी टोल प्लाजा से एंट्री ली, तो चाहे आप 20 किलोमीटर चले या 200, आपको फुल चार्ज देना पड़ता था। यानी अगर आप बीच में ही रास्ता बदल दें या जल्दी ही हाईवे से बाहर निकल जाएं, तो भी पैसे पूरे कट जाते थे।
लेकिन अब सरकार ने GPS आधारित टोल सिस्टम लाने का फैसला किया है। यानी आपकी गाड़ी में लगे GPS से पता चलेगा कि आपने कितनी दूरी तय की है और उसी के हिसाब से टोल कटेगा।
नया सिस्टम कैसे काम करेगा?
ये सिस्टम पूरी तरह से GPS और FASTag पर आधारित होगा। जैसे ही आप हाईवे पर चढ़ते हैं, आपकी लोकेशन ट्रैक होना शुरू हो जाएगी। जब आप हाईवे से बाहर निकलेंगे, सिस्टम खुद ही दूरी गिन लेगा और उतने ही पैसे FASTag से काटेगा।
मान लो आप दिल्ली से पानीपत जा रहे हो, जो करीब 90 किलोमीटर है। पहले आपको एक तयशुदा अमाउंट देना होता था, चाहे आप बीच में ही उतर जाओ। लेकिन अब अगर आपने सिर्फ 50 किलोमीटर का सफर किया है, तो आपको उसी हिसाब से पैसे देने होंगे।
कितना टोल देना होगा प्रति किलोमीटर के हिसाब से?
सरकार ने अलग-अलग गाड़ियों के लिए अलग-अलग रेट तय किए हैं:
- कार, जीप या वैन – 85 पैसे प्रति किलोमीटर
- हल्के वाणिज्यिक वाहन – 1.40 रुपये प्रति किलोमीटर
- दो एक्सल वाले ट्रक – 2.60 रुपये प्रति किलोमीटर
- मल्टी एक्सल ट्रक – 4 रुपये प्रति किलोमीटर
- बस – 2.50 रुपये प्रति किलोमीटर
- दोपहिया वाहन और कृषि वाहन – इन्हें टोल से छूट मिली है
किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
इस नए सिस्टम से सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो छोटे रूट पर ट्रैवल करते हैं। मान लो आपको शहर के पास ही किसी काम से जाना है और आपको हाईवे से होकर गुजरना पड़ता है, तो पहले के मुकाबले अब आपका खर्च काफी कम हो जाएगा।
इसके अलावा किसान, जो ट्रैक्टर या अन्य कृषि वाहन लेकर मंडी या खेत जाते हैं, उन्हें भी इस नियम से राहत मिलेगी क्योंकि अब उन्हें टोल टैक्स नहीं देना होगा।
किसे हो सकती है थोड़ी परेशानी?
हर नया सिस्टम जब लागू होता है, तो शुरुआती दिनों में थोड़ी दिक्कतें आती हैं। जैसे:
- जिन गाड़ियों में GPS सिस्टम नहीं है या ठीक से काम नहीं करता, उन्हें टोल कटवाने में परेशानी हो सकती है
- पुराने FASTag सिस्टम को अपडेट करवाना पड़ सकता है
- कुछ लोगों को इस नए सिस्टम को समझने में शुरुआत में मुश्किल हो सकती है
नियम कब से लागू होगा?
सरकार ने बताया है कि ये नया टोल सिस्टम 1 जुलाई 2025 से लागू किया जाएगा। पहले इसे नेशनल हाईवे पर लागू किया जाएगा, उसके बाद राज्यों की सड़कों पर भी लाया जाएगा।
क्या करना होगा वाहन मालिकों को?
अगर आप चाहते हैं कि आपको नए सिस्टम में कोई दिक्कत न हो, तो कुछ जरूरी तैयारियां अभी से कर लें:
- अपने वाहन का FASTag अपडेट करवा लें
- GPS सिस्टम चालू और सही तरीके से काम कर रहा हो, ये जरूर चेक करें
- सरकार या NHAI की वेबसाइट से टोल रेट और रूट से जुड़ी जानकारी समय-समय पर लेते रहें
कुल मिलाकर देखा जाए तो ये नया टोल टैक्स नियम आम जनता के लिए राहत लेकर आया है। अब किसी को भी ज्यादा टोल भरने की टेंशन नहीं होगी। पारदर्शिता बढ़ेगी, लोग अपने सफर की दूरी और खर्च दोनों को समझ पाएंगे, और सबसे जरूरी – छोटी दूरी तय करने वालों को सबसे बड़ा फायदा मिलेगा। अगर आपने अभी तक अपने FASTag या GPS को अपडेट नहीं किया है, तो करवा लीजिए, ताकि नए सिस्टम का पूरा फायदा मिल सके।